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Surah The Chargers [Al-Adiyat] in Hindi

Surah The Chargers [Al-Adiyat] Ayah 11 Location Maccah Number 100

وَٱلْعَٰدِيَٰتِ ضَبْحًۭا ﴿1﴾

(ग़ाज़ियों के) सरपट दौड़ने वाले घोड़ो की क़सम

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

साक्षी है जो हाँफते-फुँकार मारते हुए दौड़ते है,

فَٱلْمُورِيَٰتِ قَدْحًۭا ﴿2﴾

जो नथनों से फ़रराटे लेते हैं

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

फिर ठोकरों से चिनगारियाँ निकालते है,

فَٱلْمُغِيرَٰتِ صُبْحًۭا ﴿3﴾

फिर पत्थर पर टाप मारकर चिंगारियाँ निकालते हैं फिर सुबह को छापा मारते हैं

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

फिर सुबह सवेरे धावा मारते होते है,

فَأَثَرْنَ بِهِۦ نَقْعًۭا ﴿4﴾

(तो दौड़ धूप से) बुलन्द कर देते हैं

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

उसमें उठाया उन्होंने गर्द-गुबार

فَوَسَطْنَ بِهِۦ جَمْعًا ﴿5﴾

फिर उस वक्त (दुश्मन के) दिल में घुस जाते हैं

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और इसी हाल में वे दल में जा घुसे

إِنَّ ٱلْإِنسَٰنَ لِرَبِّهِۦ لَكَنُودٌۭ ﴿6﴾

(ग़रज़ क़सम है) कि बेशक इन्सान अपने परवरदिगार का नाशुक्रा है

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

निस्संदेह मनुष्य अपने रब का बड़ा अकृतज्ञ हैं,

وَإِنَّهُۥ عَلَىٰ ذَٰلِكَ لَشَهِيدٌۭ ﴿7﴾

और यक़ीनी ख़ुदा भी उससे वाक़िफ़ है

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और निश्चय ही वह स्वयं इसपर गवाह है!

وَإِنَّهُۥ لِحُبِّ ٱلْخَيْرِ لَشَدِيدٌ ﴿8﴾

और बेशक वह माल का सख्त हरीस है

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और निश्चय ही वह धन के मोह में बड़ा दृढ़ है

۞ أَفَلَا يَعْلَمُ إِذَا بُعْثِرَ مَا فِى ٱلْقُبُورِ ﴿9﴾

तो क्या वह ये नहीं जानता कि जब मुर्दे क़ब्रों से निकाले जाएँगे

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

तो क्या वह जानता नहीं जब उगवला लिया जाएगा तो क़ब्रों में है

وَحُصِّلَ مَا فِى ٱلصُّدُورِ ﴿10﴾

और दिलों के भेद ज़ाहिर कर दिए जाएँगे

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और स्पष्ट अनावृत्त कर दिया जाएगा तो कुछ सीनों में है

إِنَّ رَبَّهُم بِهِمْ يَوْمَئِذٍۢ لَّخَبِيرٌۢ ﴿11﴾

बेशक उस दिन उनका परवरदिगार उनसे ख़ूब वाक़िफ़ होगा

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

निस्संदेह उनका रब उस दिन उनकी पूरी ख़बर रखता होगा