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Surah The Calamity [Al-Qaria] in Hindi
ٱلۡقَارِعَةُ ﴿1﴾
वह खड़खड़ानेवाली!
مَا ٱلۡقَارِعَةُ ﴿2﴾
क्या है वह खड़खड़ानेवाली?
وَمَاۤ أَدۡرَىٰكَ مَا ٱلۡقَارِعَةُ ﴿3﴾
और तुम्हें क्या मालूम कि क्या है वह खड़खड़ानेवाली?
یَوۡمَ یَكُونُ ٱلنَّاسُ كَٱلۡفَرَاشِ ٱلۡمَبۡثُوثِ ﴿4﴾
जिस दिन लोग बिखरे हुए पतंगों के सदृश हो जाएँगें,
وَتَكُونُ ٱلۡجِبَالُ كَٱلۡعِهۡنِ ٱلۡمَنفُوشِ ﴿5﴾
और पहाड़ के धुन के हुए रंग-बिरंग के ऊन जैसे हो जाएँगे
فَأَمَّا مَن ثَقُلَتۡ مَوَ ٰزِینُهُۥ ﴿6﴾
फिर जिस किसी के वज़न भारी होंगे,
فَهُوَ فِی عِیشَةࣲ رَّاضِیَةࣲ ﴿7﴾
वह मनभाते जीवन में रहेगा
وَأَمَّا مَنۡ خَفَّتۡ مَوَ ٰزِینُهُۥ ﴿8﴾
और रहा वह व्यक्ति जिसके वज़न हलके होंगे,
فَأُمُّهُۥ هَاوِیَةࣱ ﴿9﴾
उसकी माँ होगी गहरा खड्ड
وَمَاۤ أَدۡرَىٰكَ مَا هِیَهۡ ﴿10﴾
और तुम्हें क्या मालूम कि वह क्या है?
نَارٌ حَامِیَةُۢ ﴿11﴾
आग है दहकती हुई