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Surah The Flame [Al-Masadd] in Hindi
Surah The Flame [Al-Masadd] Ayah 5 Location Makkah Number 111
تَبَّتْ يَدَآ أَبِى لَهَبٍۢ وَتَبَّ ﴿1﴾
टूट गए अबू लहब के दोनों हाथ और वह स्वयं भी विनष्ट हो गया!
مَآ أَغْنَىٰ عَنْهُ مَالُهُۥ وَمَا كَسَبَ ﴿2﴾
न उसका माल उसके काम आया और न वह कुछ जो उसने कमाया
سَيَصْلَىٰ نَارًۭا ذَاتَ لَهَبٍۢ ﴿3﴾
वह शीघ्र ही प्रज्वलित भड़कती आग में पड़ेगा,
وَٱمْرَأَتُهُۥ حَمَّالَةَ ٱلْحَطَبِ ﴿4﴾
और उसकी स्त्री भी ईधन लादनेवाली,
فِى جِيدِهَا حَبْلٌۭ مِّن مَّسَدٍۭ ﴿5﴾
उसकी गरदन में खजूर के रेसों की बटी हुई रस्सी पड़ी है