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Surah The Calamity [Al-Qaria] in Hindi

Surah The Calamity [Al-Qaria] Ayah 11 Location Maccah Number 101

ٱلۡقَارِعَةُ ﴿1﴾

खड़खड़ाने वाली

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

वह खड़खड़ानेवाली!

مَا ٱلۡقَارِعَةُ ﴿2﴾

वह खड़खड़ाने वाली क्या है

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

क्या है वह खड़खड़ानेवाली?

وَمَاۤ أَدۡرَىٰكَ مَا ٱلۡقَارِعَةُ ﴿3﴾

और तुम को क्या मालूम कि वह खड़खड़ाने वाली क्या है

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और तुम्हें क्या मालूम कि क्या है वह खड़खड़ानेवाली?

یَوۡمَ یَكُونُ ٱلنَّاسُ كَٱلۡفَرَاشِ ٱلۡمَبۡثُوثِ ﴿4﴾

जिस दिन लोग (मैदाने हश्र में) टिड्डियों की तरह फैले होंगे

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

जिस दिन लोग बिखरे हुए पतंगों के सदृश हो जाएँगें,

وَتَكُونُ ٱلۡجِبَالُ كَٱلۡعِهۡنِ ٱلۡمَنفُوشِ ﴿5﴾

और पहाड़ धुनकी हुई रूई के से हो जाएँगे

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और पहाड़ के धुन के हुए रंग-बिरंग के ऊन जैसे हो जाएँगे

فَأَمَّا مَن ثَقُلَتۡ مَوَ ٰ⁠زِینُهُۥ ﴿6﴾

तो जिसके (नेक आमाल) के पल्ले भारी होंगे

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

फिर जिस किसी के वज़न भारी होंगे,

فَهُوَ فِی عِیشَةࣲ رَّاضِیَةࣲ ﴿7﴾

वह मन भाते ऐश में होंगे

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

वह मनभाते जीवन में रहेगा

وَأَمَّا مَنۡ خَفَّتۡ مَوَ ٰ⁠زِینُهُۥ ﴿8﴾

और जिनके आमाल के पल्ले हल्के होंगे

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और रहा वह व्यक्ति जिसके वज़न हलके होंगे,

فَأُمُّهُۥ هَاوِیَةࣱ ﴿9﴾

तो उनका ठिकाना न रहा

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

उसकी माँ होगी गहरा खड्ड

وَمَاۤ أَدۡرَىٰكَ مَا هِیَهۡ ﴿10﴾

और तुमको क्या मालूम हाविया क्या है

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और तुम्हें क्या मालूम कि वह क्या है?

نَارٌ حَامِیَةُۢ ﴿11﴾

वह दहकती हुई आग है

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

आग है दहकती हुई